आर्मी के जवान ने बदमाश से छीनी राइफल | Army Soilder Sacked Rifle from Punk

आर्मी के जवान ने बदमाश से छीनी राइफल

कश्मीर में एक आतंकवादी एक छत पर ए क 47 राइफल लेकर धमकी दे रहा था. और पुलिस के लाख समझाने पर भी वो उनकी बात नहीं मान रहा था . पुलिस को डर था की कही यह बदमाश कोई मुसीबत खड़ी न कर दे.

वीडियो में साफ़ दिख रहा है की पुलिस की वर्दी में एक पुलिस वाला उसको समझा रहा है लकिन वो बदमाश मान नहीं रहा. तभी एक इंडियन आर्मी के जवान ने बहोत ही ज्यादा हिम्मत दिखाई और बड़ी फुर्ती के साथ बदमाश ने राइफल छीन ली.

हलाकि राइफल छीनते समय बदमाश ने मशीनगन का ट्रिगर दबा दिया और जवान को मारने की कोशिस की | लकिन भारतीय जवान इसी साहस के लिए पहचाने जाते है और जवान ने उस बदमाश की एक न चलने दी. तभी जवान की मदद के लिए पुलिस वाले भी आ गए और उस बदमाश से राइफल छीन ली |

जानकर बताते है की अगर समय रहते जवान ने बहादुरी नहीं दिखाई होती तो कोई अनहोनी  हो सकती थी.






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Modi ने बदला भारत के लाल किले का इतिहास | Narendra modi Celebrate Azad Hind Anniversary Independence Day on Red Fort


पीएम नरेंद्र मोदी  (फोटो-बीजेपी)आजाद भारत के इतिहास में यह पहली बार हुआ है की लाल किले से एक साल में दूसरी बार तिरंगा झंडा फहराया गया | इस दौरान मोदी जी ने आज़ाद भारत फौज की टोपी भी पहनी | इस तरह से भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत का इतिहास बदल दिया. प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सुभाष चंद्र बोस के द्वारा बनाई गई आजाद हिन्द फौज की 75 वीं वर्षगांठ  को मनाया | इस मोके पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी ने लाल किले पर तिरंगा झंडा फहराते  हुए कहा की " लाल किले पर आज के दिन झंडा फहराना उनका सौभाग्य है.  यह वही लालकिला है जहा पर विकटरी परेड का सपना सुभाष चंद्र बोसे ने देखा था |

सुभाष  चंद्र बोस ने 75  साल पहले आज ही के दिन यानि 21 अक्टूबर 1943  को आजाद भारत की सबसे पहली अस्थाई सरकार बनाई थी | प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी कहा की सुभाष चंद्र बोस ने आज ही के दिन उस सत्ता के खिलाफ सरकार बनाई थी जिसका सूर्य कभी भी अस्त नहीं होता था. सुभाष चंद्र जी का मन भारत की गुलामी को देख कर बहोत दुखी था और उन्होंने अपनी माताजी को पूछा था की क्या हमारा प्यारा भारत हमेशा ऐसा ही रहेगा.

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी आजाद हिन्द फौज और माननीय सुभाष चंद्र बोस की यादो को सहेजने के लिए अंडमान निकोबार भी जायेंगे और उस जेल का निरिक्षण भी करेंगे (जिसे कालापानी भी कहते है ) जिसे आज़ादी के दीवानो को प्रताड़ित करने के लिए इस्तेमाल किया जाता था. 

राजनीति के जानकार कहते है की प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी इन महापुरुषों को याद करके एक अच्छा राजनितिक सन्देश भी देना चाहते है. वही कांग्रेस का कहना है की प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी ऐसा करके उनके महापुरुषों को हथिया रही है.

मोदी ने बदला भारत के लाल किले का इतिहास 

Navratra Special : यहाँ पर जामवंत के परिवार से माता की पूजा करने आते है


भारत के छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के घूंचापाली गांव में एक 150 साल पुराना माता चंडी देवी का मंदिर है. भारत के अनेक मंदिरो की तरह इस मंदिर की भी एक खाशियत है | वो यह की यहाँ एक भालुओ का परिवार देवी माता के दर्शन करने आता है.

मंदिर के पुजारी बताते है की बरसो से हर शाम को माता के यह विशेष भक्त माता के दर्शन करने आते है. और प्रशाद खाकर चले जाते है. सबसे हैरानी की बात तो यह है की यह माता रानी के यह विशेष भक्त किसी को भी किसी प्रकार की हानि नहीं पहुंचाते है. जबकि आमतौर पर जब कभी भालू का किसी इंसान से सामना होता है तो वो हमेशा हानि पहुँचाने की कोसिस करते है.

माता के मंदिर की परिक्रमा
जब इन भालुओ का परिवार मंदिर आता है तो एक भालू मंदिर के बाहर खड़ा हो जाता है जबकि बाकि छोटे भालू मंदिर की परिक्रमा करते है. और परिक्रमा करने के बाद प्रशाद खाकर बिना किसी को नुक्सान पहुंचाए वापस घने जंगल में लौट जाते है.

गॉव वाले इन भालुओ को रामायण के जामवंत का परिवार बताते है. और भालुओ का यह पूरा परिवार आने वाले श्रद्धालुओं से पूरी तरह का दोस्ताना व्यव्हार रखते है.

दुनिया की 5 सबसे डरावनी जगह जहा पर जाने पर हो सकती है मौत

इंसानो को दुनिया में घूमना बहोत पसंद होता है  और इसके लिए वो दुनिया के किसी भी कोने में चले जाते है. लकिन फिर भी कभी कभी ऐसा लगता है की कह...