दुनिया की 5 सबसे डरावनी जगह जहा पर जाने पर हो सकती है मौत

इंसानो को दुनिया में घूमना बहोत पसंद होता है  और इसके लिए वो दुनिया के किसी भी कोने में चले जाते है. लकिन फिर भी कभी कभी ऐसा लगता है की कही कुछ बाकि रह गया है. लोग दुनिआ में हमेशा कुछ न कुछ नया खोजने और घूमने की कोशिश में लगे रहते है. कभी कभी लोगो का यह शोंक उनको खतरे में भी डाल देता है लकिन इस रोमांच की दुनिया को कोई भूलना नहीं चाहता।

लकिन आपको यह जानकर यह विश्वास नहीं होगा की इस दुनिया मैं कुछ जगह ऐसी है जहा पर इंसानो के जाने की सख्त मनाही है | A2ZLyf आपको ऐसी कुछ रोमांचक लकिन खतरनाक जगहों के बारे में बताने जा रहे है |  जहा पर जाना किसी खतरे से खाली नहीं है।

1. Snake Island

snake island brazilस्नेक आइलैंड - साओ पालो ( ब्राज़ील का सबसे चर्चित शहर ) से लगभग 144 किलोमीटर की दुरी पर समुंदर में एक छोटा सा आइलैंड हैं जहा पर काम से काम 20 लाख से भी अधिक साँप है. और आम बोलचाल में इसको सांपो का घर कहते है. इंटरनेशनल भाषा मैं इसका नाम Ilha de Queimada Grande  है. लकिन ब्राज़ील के लोग इसे स्नेक आइलैंड कहते है.
इस आइलैंड में  दुनिया के सबसे जहरीले सांप पाए जाते है जिन्हे वाइपर  कहा जाता है. कहते है की इस आइलैंड पर सिर्फ ब्राज़ील के नवी ऑफिसर्स और वाइल्ड लाइफ रिसर्चर ही गए है | इस आइलैंड पर घूमने वाले पर्यटको के साथ बहुत हादसे हो चुके है इसलिए ब्राजील की सरकार ने यहां जाने पर बैन लगा दिया है।


2. Vatican Archive 
vatican archive इटली के रोम में एक बहोत पुराना शहर है वेटिकन, जहा की दीवारों में आर्काइव हाउस को दफ़न किया जा चूका है. और इसके बाद इसका नाम वैटिकन सीक्रेट आर्काइव रखा गया है. रोम की सरकार ने इस जगह को रोम की ऑफिसियल प्रॉपर्टी का दर्जा दिया हुआ है. आमलोग कहते है की सरकार ने इसमें कई तरह के महत्वपूर्ण दस्तावेज रखे हुए है इसलिए यहाँ पर जाने की किसी को परमिशन नहीं है. 
3. ISE grand japan
ise grand japanजापान जो की परमाणु बम का दंश झेल चूका है उसके बाद उसने बहोत तरक्की की है. लकिन जापान में भी एक ऐसी जगह है जहा पर आम लोगो को जाने की अनुमति नहीं है.
जापान में श्राइन देवी अमातेरसु-ओमीकामी  को समर्पित एक ईसा श्राइन एक जगह है जिसे तीसरी शताब्दी में बनवाया गया था | इसकी ईमारत पूरी तरह से जर्जर है लकिन फिर भी यहाँ हर साल लगभग छह मिलियन (6,०००,०००)  लोग तीर्थ यात्रा के लिए आते है. लकिन किसी को भी इस ईमारत में अंदर जाने की इजाजत नहीं है और लोग इस ईमारत को सिर्फ बाहर से ही देख सकते है.  जानकर कहते है की इस ईमारत के अंदर एक जादुई आइना है और ईमारत के अंदर सिर्फ जाने की इजाजत महायाजक परिवार या पुजारी और जापानी शाही परिवार के सदस्यों को है।
 
4. The Danakil Desert, Eritrea
Danakil Desert, East Africa दानकिल रेगिस्तान - अफ्रीका के इरीट्रिया में एक रेगिस्तान है जिसे दानकिल कहा जाता है. अफ्रीका में दानकिल रेगिस्तान की तुलना सीधे सीधे नरक के द्वार से की जाती है. दानकिल रेगिस्तान में कई सक्रिय ज्वालामुखी है जो विषैली गैसों को पाताल से खींच कर बाहर निकलते रहते है. दानकिल रेगिस्तान का तापमान आमतोर पर अक्सर 120 डिग्री फ़ारेनहाइट (50 डिग्री सेल्सियस) होता है. जो किसी भी आम इंसान की जान लेने के लिए काफी है.
अगर किसी वजह से इंसान इस तापमान से बच भी जाये तो भी उसको इन जहरीली गैसो का सामना करना पड़ेगा.
लकिन फिर भी यह दानकिल रेगिस्तान दुनिया भर के बहादुर पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करता है.  दानकिल रेगिस्तान में बिना किसी अनुभवी गाइड के जाना सख्ती से मना किया गया है. 
5. Cape Town
केप टाउन - साउथ अफ्रीका | दुंनिया भर में केप टाउन को क्रिकेट के लिए मशहूर माना जाता है और क्रिकेट के समय यहाँ पर दुनिया भर के पर्यटक आते है. लकिन आपको यह जान कर हैरानी होगी की केप टाउन  में अपराध दर वास्तव में सबसे अधिक है और दुनिया भर के प्रयटकों को सलाह दी जाती है कि वह रात में जबतक बहुत जरुरी न हो बाहर न जाएं।
केप टाउन  दुनिया के सबसे पसंदीदा शहरो में से एक है और यहाँ दुनिया भर से पर्यटक घूमने आते जाते है. लकिन सरकार की तरफ से पर्यटको को हमेशा यह चटवानी दी जाती है की वे खतरनाक जिलों में जाने से बचे. क्यूंकि वह आपके साथ कोई भी अनहोनी हो सकती है और आपका बचना लगभग नामुमकिन होगा.

आर्मी के जवान ने बदमाश से छीनी राइफल | Army Soilder Sacked Rifle from Punk

आर्मी के जवान ने बदमाश से छीनी राइफल

कश्मीर में एक आतंकवादी एक छत पर ए क 47 राइफल लेकर धमकी दे रहा था. और पुलिस के लाख समझाने पर भी वो उनकी बात नहीं मान रहा था . पुलिस को डर था की कही यह बदमाश कोई मुसीबत खड़ी न कर दे.

वीडियो में साफ़ दिख रहा है की पुलिस की वर्दी में एक पुलिस वाला उसको समझा रहा है लकिन वो बदमाश मान नहीं रहा. तभी एक इंडियन आर्मी के जवान ने बहोत ही ज्यादा हिम्मत दिखाई और बड़ी फुर्ती के साथ बदमाश ने राइफल छीन ली.

हलाकि राइफल छीनते समय बदमाश ने मशीनगन का ट्रिगर दबा दिया और जवान को मारने की कोशिस की | लकिन भारतीय जवान इसी साहस के लिए पहचाने जाते है और जवान ने उस बदमाश की एक न चलने दी. तभी जवान की मदद के लिए पुलिस वाले भी आ गए और उस बदमाश से राइफल छीन ली |

जानकर बताते है की अगर समय रहते जवान ने बहादुरी नहीं दिखाई होती तो कोई अनहोनी  हो सकती थी.






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Modi ने बदला भारत के लाल किले का इतिहास | Narendra modi Celebrate Azad Hind Anniversary Independence Day on Red Fort


पीएम नरेंद्र मोदी  (फोटो-बीजेपी)आजाद भारत के इतिहास में यह पहली बार हुआ है की लाल किले से एक साल में दूसरी बार तिरंगा झंडा फहराया गया | इस दौरान मोदी जी ने आज़ाद भारत फौज की टोपी भी पहनी | इस तरह से भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत का इतिहास बदल दिया. प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सुभाष चंद्र बोस के द्वारा बनाई गई आजाद हिन्द फौज की 75 वीं वर्षगांठ  को मनाया | इस मोके पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी ने लाल किले पर तिरंगा झंडा फहराते  हुए कहा की " लाल किले पर आज के दिन झंडा फहराना उनका सौभाग्य है.  यह वही लालकिला है जहा पर विकटरी परेड का सपना सुभाष चंद्र बोसे ने देखा था |

सुभाष  चंद्र बोस ने 75  साल पहले आज ही के दिन यानि 21 अक्टूबर 1943  को आजाद भारत की सबसे पहली अस्थाई सरकार बनाई थी | प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी कहा की सुभाष चंद्र बोस ने आज ही के दिन उस सत्ता के खिलाफ सरकार बनाई थी जिसका सूर्य कभी भी अस्त नहीं होता था. सुभाष चंद्र जी का मन भारत की गुलामी को देख कर बहोत दुखी था और उन्होंने अपनी माताजी को पूछा था की क्या हमारा प्यारा भारत हमेशा ऐसा ही रहेगा.

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी आजाद हिन्द फौज और माननीय सुभाष चंद्र बोस की यादो को सहेजने के लिए अंडमान निकोबार भी जायेंगे और उस जेल का निरिक्षण भी करेंगे (जिसे कालापानी भी कहते है ) जिसे आज़ादी के दीवानो को प्रताड़ित करने के लिए इस्तेमाल किया जाता था. 

राजनीति के जानकार कहते है की प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी इन महापुरुषों को याद करके एक अच्छा राजनितिक सन्देश भी देना चाहते है. वही कांग्रेस का कहना है की प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी ऐसा करके उनके महापुरुषों को हथिया रही है.

मोदी ने बदला भारत के लाल किले का इतिहास 

Navratra Special : यहाँ पर जामवंत के परिवार से माता की पूजा करने आते है


भारत के छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के घूंचापाली गांव में एक 150 साल पुराना माता चंडी देवी का मंदिर है. भारत के अनेक मंदिरो की तरह इस मंदिर की भी एक खाशियत है | वो यह की यहाँ एक भालुओ का परिवार देवी माता के दर्शन करने आता है.

मंदिर के पुजारी बताते है की बरसो से हर शाम को माता के यह विशेष भक्त माता के दर्शन करने आते है. और प्रशाद खाकर चले जाते है. सबसे हैरानी की बात तो यह है की यह माता रानी के यह विशेष भक्त किसी को भी किसी प्रकार की हानि नहीं पहुंचाते है. जबकि आमतौर पर जब कभी भालू का किसी इंसान से सामना होता है तो वो हमेशा हानि पहुँचाने की कोसिस करते है.

माता के मंदिर की परिक्रमा
जब इन भालुओ का परिवार मंदिर आता है तो एक भालू मंदिर के बाहर खड़ा हो जाता है जबकि बाकि छोटे भालू मंदिर की परिक्रमा करते है. और परिक्रमा करने के बाद प्रशाद खाकर बिना किसी को नुक्सान पहुंचाए वापस घने जंगल में लौट जाते है.

गॉव वाले इन भालुओ को रामायण के जामवंत का परिवार बताते है. और भालुओ का यह पूरा परिवार आने वाले श्रद्धालुओं से पूरी तरह का दोस्ताना व्यव्हार रखते है.

दुनिया की 5 सबसे डरावनी जगह जहा पर जाने पर हो सकती है मौत

इंसानो को दुनिया में घूमना बहोत पसंद होता है  और इसके लिए वो दुनिया के किसी भी कोने में चले जाते है. लकिन फिर भी कभी कभी ऐसा लगता है की कह...